नई टीम भी अस्पताल में रहेगी


केजीएमयू में कोराना मरीजों के इलाज में लगी नई टीम भी यहीं रुक रही है। इसके मुखिया डॉ. सुधीर कुमार वर्मा ने बताया कि टीम को मास्क लगाने, ड्रेस पहनने और चश्मे को पहनते वक्त और उतारते वक्त बरती जाने वाली सावधानी से वाकिफ  कराया जा रहा है। हैंड वॉश को भी लगातार हिदायत दी जा रही है। जो रेजिडेंट पॉजिटिव आया है उससे कहां चूक हुई, यह तय नहीं है। नई टीम को भी वार्ड में ड्यूटी करने के बाद अस्पताल में ही रोका जा रहा है।



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गरीबों तबके लोगो की हालत देखकर सूर्यवंशी फाउंडेशन के अलावा क्षेत्रीय संस्था क्षेत्र के लोगों को सपोर्ट करती नजर आ रही हैं सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में कई वर्षों से कार्य कर रही है। इस मुशिकल समय में सूर्यवंशी फाउण्डेशन दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में महामारी व आर्थिक तंगी जूझ रहे लोगों की मदद कर रही है। फाउण्डेशन ने करावल नगर, शिव विहार मंगोलपुरी व संतनगर, बुराड़ी व अशोक नगर, भजनपुरा, खजूरी, सोनिया विहार में खाने-पीने का सामान घर घर मुहैया करा रही है । जिसमें संस्था के संस्थापक ऋषिपाल के आलवा श्री ओमप्रकाश पिण्डौरा, कालीचरन नेता जी सुभाष , उदयवीर सिंह, राजेश तौमर, श्री हरी सिंह चैहान, पुरुषोत्तम, नरेश,ओमप्रकाश राणा, रविन्द्र सूर्यप्रताप सिंह, रमेश सूर्यवंशी, बिजेन्द्र सिंह, क्षत्रपाल सिंह, डाॅ. नवीन सूर्या आदि ने लोगों मदद की और लोगों को इस मुश्किल की घड़ी में राशन के तौर पर आटा, चावल, दाल आन्य सामान आदि प्रदान की और सूर्यवंशी फाउण्डेशन के पदाधिकारी कोविड-19 के संबंध में जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इस महामारी व देशबंदी के दौर में संस्था सरकार व लोगों के साथ मिलकर कार्य करेगी और सभी समाजिक संस्थाओं को देश में लोगों की मदद करने के लिए आगे आकर राहत कार्य करना चाहिए
  स्वप्न देखना कितना सहज-सुखद होता है, पर उसे साकार करने में कितना पित्ता-पानी एक करना पड़ता है।
दिल्ली में फिर जी उठी यमुना, 'काला जल' अब हो गया निर्मल
सूर्यवंशी फाउण्डेशन ने निभाया मानव धर्म लाॅकडाउन में परेशान लोगों को बांटी राशन सामग्री
दिल्ली ही नहीं पूरे भारत में कोरोना वायरस की मार झेल रहे लोग अपने घरों से निकल नहीं रहे मात्र आपातकालीन के लिए लोग निकल रहे हैं। इस दौरान गरीबों, पिछड़े दलितों सोशितों की अगर बात की जाये तो उन पर इस महामारी का भारी बुरा प्रभाव पड़ा रहा है । ऐसे लोग जिन्हें रोजाना खाना कमाना होता है उनका जीवन लाॅकडाउन से काफी दुःख भरा हो गया है। सरकार के पास बन्द करने के अलावा कोई समाधान भी नहीं था, इस बन्द से गरीब तबके के लोग बहुत परेशान हैं, जगह जगह भुखमरी की नौबत आ रही है केन्द्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार द्वारा गरीबों की मदद भी की जा रही है। लेकिन मदद उस गरीब के पास नहीं पहुंच पा रही है। जो इसके लायक हैं।